नया सेक्शन चुने
Section 1 | Section 2 | Section 3 |
Ch 7: मौर्य काल (322 ई० पू०-185 ई० पू०) Section-2
Quiz-summary
0 of 25 questions completed
Questions:
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- 21
- 22
- 23
- 24
- 25
Information
ok
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading...
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
Results
0 of 25 questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 points, (0)
Categories
- Not categorized 0%
- 1
- 2
- 3
- 4
- 5
- 6
- 7
- 8
- 9
- 10
- 11
- 12
- 13
- 14
- 15
- 16
- 17
- 18
- 19
- 20
- 21
- 22
- 23
- 24
- 25
- Answered
- Review
-
Question 1 of 25
1. Question
मौर्य काल में एक आंतरिक परिषद होती थी जिसे मंत्रिण कहा जाता था उसमें कितने सदस्य होते थे ?
Show AnswerAnswer: 3-4
Explanation:मौर्य काल में एक आंतरिक परिषद होती थी। जिसे मंत्रिण कहा जाता था। उसमें 3-4 सदस्य होते थे राजा महत्वपूर्ण विषयों पर इन से परामर्श लेता था।
Correct
मौर्य काल में एक आंतरिक परिषद होती थी। जिसे मंत्रिण कहा जाता था। उसमें 3-4 सदस्य होते थे राजा महत्वपूर्ण विषयों पर इन से परामर्श लेता था।
Incorrect
-
Question 2 of 25
2. Question
मौर्य काल में समाहर्ता कौन था ?
Show AnswerAnswer: राजस्व विभाग का प्रमुख अधिकारी
Explanation:मौर्य मंत्री परिषद में राजस्व एकत्रीकरण के लिए उत्तरदायी मंत्री को समाहर्ता कहा जाता था। अंतपाल सीमावर्ती दुर्गों की देखभाल करता था। सन्निधाता राजकीय कोषाध्यक्ष तथा प्रदेष्टा फौजदारी न्यायालय का न्यायाधीश था, जबकि व्यवहारिक दीवानी न्यायालय का न्यायाधीश था। मौर्य काल में कर चोरी हेतु दंड स्वरूप मृत्युदंड का प्रावधान था।
Correct
मौर्य मंत्री परिषद में राजस्व एकत्रीकरण के लिए उत्तरदायी मंत्री को समाहर्ता कहा जाता था। अंतपाल सीमावर्ती दुर्गों की देखभाल करता था। सन्निधाता राजकीय कोषाध्यक्ष तथा प्रदेष्टा फौजदारी न्यायालय का न्यायाधीश था, जबकि व्यवहारिक दीवानी न्यायालय का न्यायाधीश था। मौर्य काल में कर चोरी हेतु दंड स्वरूप मृत्युदंड का प्रावधान था।
Incorrect
-
Question 3 of 25
3. Question
मौर्य साम्राज्य कितने प्रांतों में विभाजित था ?
Show AnswerAnswer: 4
Explanation:मौर्य साम्राज्य चार प्रांतों में विभाजित था। जिनका प्रशासक राजकुमार होता था जो मंत्री और अमात्य के माध्यम से शासन संचालित करता था। उत्तरापथ
2. दक्षिणापथ
3. अवंतीपथ
4. मध्य प्रांतCorrect
मौर्य साम्राज्य चार प्रांतों में विभाजित था। जिनका प्रशासक राजकुमार होता था जो मंत्री और अमात्य के माध्यम से शासन संचालित करता था। उत्तरापथ
2. दक्षिणापथ
3. अवंतीपथ
4. मध्य प्रांतIncorrect
-
Question 4 of 25
4. Question
मौर्य काल में मृत्युदंड प्राप्त व्यक्ति को कितने दिन का समय पश्चाताप के लिए मिलता था ?
Show AnswerAnswer: 3
Explanation:मौर्य काल में मृत्युदंड प्राप्त व्यक्ति को 3 दिन का समय पश्चाताप के लिए मिलता था। इसका उल्लेख चौथे स्तंभ लेख में मिलता है।
Correct
मौर्य काल में मृत्युदंड प्राप्त व्यक्ति को 3 दिन का समय पश्चाताप के लिए मिलता था। इसका उल्लेख चौथे स्तंभ लेख में मिलता है।
Incorrect
-
Question 5 of 25
5. Question
चन्द्रगुप्त के बारे में वृषल शब्द का प्रयोग किस ग्रन्थ में मिलता है ?
Show AnswerAnswer: मुद्राराक्षसCorrect
Incorrect
-
Question 6 of 25
6. Question
बिन्दुसार की पॉच सौ सदस्यों वाली एकमंत्रिपरिषद भी थी, जिसका प्रधान निम्न में से कौन कहलाता है ?
Show AnswerAnswer: खल्लाटकCorrect
Incorrect
-
Question 7 of 25
7. Question
मौर्य काल में पुरुष कलाकारों को किस नाम से जाना जाता था ?
Show AnswerAnswer: रंगोपजीवनीCorrect
Incorrect
-
Question 8 of 25
8. Question
प्रथम सीजेरियन सम्राट कहा जाता है ?
Show AnswerAnswer: बिंदुसारCorrect
Incorrect
-
Question 9 of 25
9. Question
भरहुत के स्तूप की खोज की थी ?
Show AnswerAnswer: अलेक्जेंडर कनिघमCorrect
Incorrect
-
Question 10 of 25
10. Question
“स्तूप”का शाब्दिक अर्थ होता है ?
Show AnswerAnswer: ढेर या थुहाCorrect
Incorrect
-
Question 11 of 25
11. Question
वैदिका से घिरा वृक्ष किनके सिक्को पर मिलता है ?
Show AnswerAnswer: मौर्य वंश के शासकों केCorrect
Incorrect
-
Question 12 of 25
12. Question
किस स्तंभ में अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है ?
Show AnswerAnswer: भाब्रू स्तंभ
Explanation:भाब्रू (बैराठ राजस्थान) स्तंभ लेख में अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है यह अभिलेख अशोक को बौद्ध धर्मावलंबी प्रमाणित करता है भाब्रू अभिलेख में अशोक ने स्वयं को मगधाधिराज कहा है अशोक ने भाब्रू अभिलेख में बुद्ध धर्म तथा संघ के प्रति आस्था व्यक्त की है।
Correct
भाब्रू (बैराठ राजस्थान) स्तंभ लेख में अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है यह अभिलेख अशोक को बौद्ध धर्मावलंबी प्रमाणित करता है भाब्रू अभिलेख में अशोक ने स्वयं को मगधाधिराज कहा है अशोक ने भाब्रू अभिलेख में बुद्ध धर्म तथा संघ के प्रति आस्था व्यक्त की है।
Incorrect
-
Question 13 of 25
13. Question
सैंडोकोट्स की चंद्रगुप्त मौर्य के रूप में पहचान किसने की ?
Show AnswerAnswer: विलियम जॉन्स
Explanation:सर्वप्रथम सर विलियम जॉन्स में सैंडोकोट्स की पहचान चंद्रगुप्त मौर्य से की थी। ग्रीक और लैटिन लेखों में चंद्रगुप्त को क्रमशः सैंडोकोट्स और एंडोकॉट्स के नाम से जाना जाता है जबकि रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख में चंद्रगुप्त के नाम से संबोधित किया गया।
Correct
सर्वप्रथम सर विलियम जॉन्स में सैंडोकोट्स की पहचान चंद्रगुप्त मौर्य से की थी। ग्रीक और लैटिन लेखों में चंद्रगुप्त को क्रमशः सैंडोकोट्स और एंडोकॉट्स के नाम से जाना जाता है जबकि रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख में चंद्रगुप्त के नाम से संबोधित किया गया।
Incorrect
-
Question 14 of 25
14. Question
भाग एवं बली थे ?
Show AnswerAnswer: राजस्व का स्रोत
Explanation:प्राचीन भारत में भाग एवं बली राजस्व के स्रोत है कौटिल्य के अर्थशास्त्र के अनुसार भूमि का मालिक राजा हुआ करता था । वह भूमि से उत्पन्न उत्पादन के एक भाग का अधिकारी था। इसी कर को भाग कहते हैं। इसी प्रकार बली भी राजस्व का स्रोत था। अशोक ने अपनी लुंबिनी यात्रा में भाग (भू -राजस्व की राशि ) 1/6 से घटाकर 1/8 कर दी थी तथा बली को माफ कर दिया था। अर्थशास्त्र में बलि का तात्पर्य उपकर से हैं जो राजा उपज के अतिरिक्त भाग को प्रजा से लेता था राजकीय भूमि की व्यवस्था करने वाला प्रधान अधिकारी सीताध्यक्ष कहलाता था ।
Correct
प्राचीन भारत में भाग एवं बली राजस्व के स्रोत है कौटिल्य के अर्थशास्त्र के अनुसार भूमि का मालिक राजा हुआ करता था । वह भूमि से उत्पन्न उत्पादन के एक भाग का अधिकारी था। इसी कर को भाग कहते हैं। इसी प्रकार बली भी राजस्व का स्रोत था। अशोक ने अपनी लुंबिनी यात्रा में भाग (भू -राजस्व की राशि ) 1/6 से घटाकर 1/8 कर दी थी तथा बली को माफ कर दिया था। अर्थशास्त्र में बलि का तात्पर्य उपकर से हैं जो राजा उपज के अतिरिक्त भाग को प्रजा से लेता था राजकीय भूमि की व्यवस्था करने वाला प्रधान अधिकारी सीताध्यक्ष कहलाता था ।
Incorrect
-
Question 15 of 25
15. Question
बिंदुसार ने अशोक को किस विद्रोह को समाप्त करने के लिए भेजा था ?
Show AnswerAnswer: तक्षशिला
Explanation:बौद्ध धर्म ग्रंथ दिव्यावदान से ज्ञात होता है कि बिंदुसार के समय तक सिला में दो विद्रोह हुए । इन विद्रोह का दमन करने के लिए बिंदुसार ने एक बार अशोक को तथा एक बार सुसीम को भेजा था तारानाथ के अनुसार नेपाल के विद्रोह को भी अशोक द्वारा ही समाप्त किया गया था। वायु पुराण में अशोक को भद्रसार जबकि जैन ग्रंथों में उसे राजवलिकथे या सिंहसेन कहा गया है।
Correct
बौद्ध धर्म ग्रंथ दिव्यावदान से ज्ञात होता है कि बिंदुसार के समय तक सिला में दो विद्रोह हुए । इन विद्रोह का दमन करने के लिए बिंदुसार ने एक बार अशोक को तथा एक बार सुसीम को भेजा था तारानाथ के अनुसार नेपाल के विद्रोह को भी अशोक द्वारा ही समाप्त किया गया था। वायु पुराण में अशोक को भद्रसार जबकि जैन ग्रंथों में उसे राजवलिकथे या सिंहसेन कहा गया है।
Incorrect
-
Question 16 of 25
16. Question
स्तूप का सबसे पवित्र भाग क्या कहलाता था ?
Show AnswerAnswer: हर्मीकाCorrect
Incorrect
-
Question 17 of 25
17. Question
भूमराह का शिव मन्दिर कहाँ पर है ?
Show AnswerAnswer: मध्य प्रदेशCorrect
Incorrect
-
Question 18 of 25
18. Question
सूर्य और चन्द्रग्रहण के बारे मे बताया था ?
Show AnswerAnswer: आर्य भट्टCorrect
Incorrect
-
Question 19 of 25
19. Question
अशोक को स्तम्भ बनवाने की प्रेरणा किन राजाओं से प्राप्त हुई ?
Show AnswerAnswer: ईरानियों सेCorrect
Incorrect
-
Question 20 of 25
20. Question
मौर्य मंत्री परिषद में कौन राजस्व एकत्रीकरण करने से संबंधित था ?
Show AnswerAnswer: समाहर्ता
Explanation:मौर्य मंत्री परिषद में राजस्व एकत्रीकरण के लिए उत्तरदायी मंत्री को समाहर्ता कहा जाता था। अंतपाल सीमावर्ती दुर्गों की देखभाल करता था। सन्निधाता राजकीय कोषाध्यक्ष तथा प्रदेष्टा फौजदारी न्यायालय का न्यायाधीश था, जबकि व्यवहारिक दीवानी न्यायालय का न्यायाधीश था। मौर्य काल में कर चोरी हेतु दंड स्वरूप मृत्युदंड का प्रावधान था।
Correct
मौर्य मंत्री परिषद में राजस्व एकत्रीकरण के लिए उत्तरदायी मंत्री को समाहर्ता कहा जाता था। अंतपाल सीमावर्ती दुर्गों की देखभाल करता था। सन्निधाता राजकीय कोषाध्यक्ष तथा प्रदेष्टा फौजदारी न्यायालय का न्यायाधीश था, जबकि व्यवहारिक दीवानी न्यायालय का न्यायाधीश था। मौर्य काल में कर चोरी हेतु दंड स्वरूप मृत्युदंड का प्रावधान था।
Incorrect
-
Question 21 of 25
21. Question
कहां के शासक ने अपना डाइमेकस नामक राजदूत बिंदुसार के दरबार में भेजा है ?
Show AnswerAnswer: यूनानी शासक एंटियोकसCorrect
Incorrect
-
Question 22 of 25
22. Question
मिस्र के राजा फिलाडेल्फिया पाटलिपुत्र में अपना कौन सा राजदूत भेजा था ?
Show AnswerAnswer: डायोनिससCorrect
Incorrect
-
Question 23 of 25
23. Question
अशोक ने अपने अभिषेक के कितने वर्ष के बाद कलिंग पर आक्रमण किया ?
Show AnswerAnswer: 8वें वर्ष
Explanation:अशोक ने अपने अभिषेक की आंठवे वर्ष लगभग 261 ईसवी पूर्व में कलिंग पर आक्रमण किया
Correct
अशोक ने अपने अभिषेक की आंठवे वर्ष लगभग 261 ईसवी पूर्व में कलिंग पर आक्रमण किया
Incorrect
-
Question 24 of 25
24. Question
धम्म को राधा कुमुद मुखर्जी ने क्या कहा है ?
Show AnswerAnswer: सार्वभौम धर्म
Explanation:1.धम्म को राधा कुमुद मुखर्जी ने सार्वभौम धर्म कहा है।
2. फ्लीट ने राजधर्म कहा है।
3. भंडार कार ने उपासक बौद्ध धर्म कहा है।Correct
1.धम्म को राधा कुमुद मुखर्जी ने सार्वभौम धर्म कहा है।
2. फ्लीट ने राजधर्म कहा है।
3. भंडार कार ने उपासक बौद्ध धर्म कहा है।Incorrect
-
Question 25 of 25
25. Question
मौर्य काल में “उपधा परीक्षण” किसे कहा जाता था ?
Show AnswerAnswer: योग्यता एवं चरित्र के परीक्षण को
Explanation:मौर्य साम्राज्य में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति से पूर्व उनकी “योग्यता एवं चरित्र” को परखा जाता था उसी को “उपधा परीक्षण” कहा जाता था।
Correct
मौर्य साम्राज्य में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति से पूर्व उनकी “योग्यता एवं चरित्र” को परखा जाता था उसी को “उपधा परीक्षण” कहा जाता था।
Incorrect